logo-image

चैंपियंस ट्राफी 2017: क्रिकेट जेंटलमैन गेम है तो फिर ये 'सड़क छाप' भाषा क्यों ?

दोनों देशों के बीच मैच में कब जेंटलमेन गेम गाली-गलौच में बदल जाए कोई नहीं कह सकता है। ऐसा ही एक बार फिर चैंपियंस ट्रॉफी में देखने को मिल रहा है।

Updated on: 17 Jun 2017, 01:01 PM

highlights

  • भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाला क्रिकेट मैच और जुबानी जंग साथ-साथ चलते हैं
  • हालांकि सोशल मीडिया के दौर में अब यह जुबानी जंग भाषा के स्तर पर ज्यादा हिंसक हो चला है

नई दिल्ली:

भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाला क्रिकेट मैच और जुबानी जंग साथ-साथ चलते हैं। दोनों देशों के बीच हुए कई मैच के दौरान खिलाड़ी खेल की मर्यादा और गरिमा को ताक पर रखते आए हैं लेकिन अब क्रिकेट के मैदान पर होने वाली लड़ाई सोशल मीडिया पर ज्यादा हिंसक होती जा रही है। इसमें न केवल क्रिकेटर बल्कि बॉलीवुड की मशहूर शख्सियतें और क्रिकेट के फैन शामिल होते हैं। 

चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें पाकिस्तान और उसके खिलाड़ियों को निशाना बनाते हुए भाषाई मर्यादा का ख्याल तक नहीं रखा गया और ऐसा करने वालों में भारत के पूर्व क्रिकेटर और बॉलीवुड एक्टर शामिल थे।

भारत-पाकिस्तान के बीच 4 जून को हुए मैच में भारत ने पाकिस्तान को 124 रन से मात दी तो कॉमेंटेटर और भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग इतने उत्साहित हो गए कि उन्होंने लिखा, 'पोते के बाद बेटे, कोई बात नहीं बेटा, अच्छी कोशिश की। भारत को बधाई। बाप, बाप होता है।'

सहवाग जैसे दिग्गज़ क्रिकेटर से ऐसी भाषा की उम्मीद निश्चित तौर पर नहीं रखी जा सकती है लेकिन वह इससे पहले भी कई मौकों पर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं। खेल ही नहीं अन्य मामलों में भी टिप्पणी कर सहवाग विवादों को हवा देते रहे हैं। 

सहवाग के इस ट्वीट के बाद पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर राशिद लतीफ सहवाग से भी एक कदम आगे सीमा लांघते हुए नजर आए। उन्होंने सहवाग को लेकर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें राशिद ने ऐसी भाषाओं का इस्तेमाल किया है, जिसका जिक्र तक नहीं किया जा सकता।

हालांकि राशिद के इस पोस्ट का सहवाग ने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया लेकिन दूसरे खिलाड़ी मनोज तिवारी ने लतीफ को अंग्रेजी न जानने पर लताड़ते हुए गाली देने में देर नहीं लगाई।

खिलाड़ियों के बीच की इस लड़ाई से बॉलीवुड भी अछूता नहीं रहा। अक्सर अपने ट्वीट से विवादों को हवा देने वाले अभिनेता ऋषि कपूर भी इस लड़ाई में कूद पड़े।

पाकिस्तान के फाइनल में पहुंचने की खबर के साथ ही ऋषि कपूर ने एक ऐसा ट्वीट कर डाला, जिससे पाकिस्तानी ट्विटर यूजर्स भड़क गए। उन्होंने लिखा, 'बधाई हो पाकिस्तान! तुम फाइनल में आ गए? बेहतरीन! हमारे नीले रंग में तुम्हें रंगे देखकर खुशी हो रही है। अब नीले-पीले होने के लिए तैयार हो जाओ। हम तुम्हें पूरा नीला कर डालेंगे।'

वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने शुक्रवार रात को एक और ट्वीट किया, जिसमें लिखा था, 'पीसीबी क्रिकेट टीम भेजना प्लीज़। पहले हॉकी या खो-खो टीम भेजी थीं क्योंकि 18 जून को (फादर्स डे) बाप खेल रहा है तुम्हारे साथ लोल!।'

ऋषि के इस ट्वीट के बाद मदीहा अनवर नाम की एक पत्रकार ने जवाब में लिखा, 'आप जैसे एक अभिनेता से शालीनता और परिपक्वता की उम्मीद की जाती है। लेकिन लगता है कि यह कुछ ज़्यादा ही है आपके लिए!

भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला क्रिकेट मैच दोनों देशों के बीच कूटनीति का भी काम करता है। इस लिहाज से क्रिकेटरों और क्रिकेट के प्रशंसकों से ऐसी भाषा की उम्मीद लाजिमी है जो खेल भावना से प्रेरित हो और इसमें किसी को नीचा दिखाने या गाली-गलौच का कोई मतलब नहीं बनता है।

क्रिकेट के खेल को अक्सर जेंटलमैन गेम कहा जाता है, लेकिन उसमें 'सड़कछाप' भाषा का इस्तेमाल बतौर खेल क्रिकेट और उसकी गरिमा को ही नुकसान पहुंचाता है।