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बतौर कोच कुंबले का रिपोर्ट कार्ड कोहली को देखना चाहिए

23 जून 2016 को अनिल कुंबले ने भारतीय टीम में कोच का पद संभाला था।

Updated on: 21 Jun 2017, 04:12 PM

नई दिल्ली:

भारतीय टीम के कोच अनिल कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया है। काफी समय से अनिल कुंबले और टीम के कप्तान विराट कोहली के बीच अनबन की खबरें आ रही थी। बतौर कोच उनके कॉन्ट्रैक्ट का आज आखरी दिन था और उन्‍होंने इस पद पर आगे नहीं बने रहने की इच्‍छा जताई है।

कुंबले ने कहा, 'बीसीसीआई ने मुझे एक दिन पहले ही यानी सोमवार को बताया कि कप्तान को मेरी शैली को लेकर कुछ दिक्कतें हैं और वह नहीं चाहते कि मैं हेड कोच के तौर पर टीम के साथ आगे भी जुड़ा रहूं।'

आइए देखते हैं उनके कोच रहते भारत का प्रदर्शन कैसा रहा

23 जून 2016 को अनिल कुंबले ने भारतीय टीम में कोच का पद संभाला था। बीसीसीआई की सलहाकार समिति (सीएसी) की तरफ से सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण ने कुंबले को भारतीय टीम का कोच नियुक्त किया था।

22 अगस्त 2016-वेस्टइंडीज दौरा

कुंबले के कोच बनने के बाद पहली बार बारत वेस्टइंडीज खेलने गई। वहां भापतत ने 4 टेस्ट में 2 में जीत दर्ज की और बांकी 2 ड्रॉ रहा। वहीं टी20 सीरिज़ में इंडिया को 1-0 से हार का सामना करना पड़ा।

11 अक्टूबर 2016-न्यूजीलैंड दौरा

भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 4 में से 3 मैचों में जीत दर्ज की और वनडे में भी 3-2 से जीतकर सीरिज़ पर कब्जा किया।

20 दिसंबर 2016-इंग्लैंड का दौरा

भारत ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 4-0 से करारी शिकस्त दी। भारत ने वनडे और टी20I सीरीज भी 2-1 से अपने नाम करते हुए इंग्लैंड को खाली हाथ स्वदेश रवाना कर दिया।

13 फरवरी 2017- बांग्लादेश दौरा

बांग्लादेश के साथ भारत को 1 टेस्ट मैच खेलना था। भारत ने इस मैच में 208 रन से जीत दर्ज की।

28 मार्च 2017-ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरिज

दोनों टीमों कते बीच 4 टेस्ट मैच खेला जाना था। ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट जीतकर सीरिज़ में बढ़त बनाई तो भारत ने शानदार कमबैक करते हुए दूसरा और चौथा मैच जीतकर सीरिज़ पर कब्जा किया।

भारत को हराने के इरादे से आई ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले टेस्ट में भारत को मात देकर सभी को चौंका दिया। हालांकि इसके बाद टीम इंडिया ने वापसी करते हुए दूसरे और चौथे टेस्ट में जीत दर्ज की और सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया।

चैंपियंस ट्रॉफी 2017

भारत ने शानदार खेल दिखाते हुए फाइनल तक का सफर तय किया। इस दौरान टीम ने 6 मैच खेले जिसमें से 4 में उसने जीत दर्ज की। फआइनल में उसे पाकिस्तान ने 180 रनों से हराया था।

अनिल कुबले का कार्यकाल बतौर कोच बेहतरीन रहा। कुंबले के कोच रहते भारतीय टीम ने कुल 17 टेस्ट खेले, इस दौरान टीम ने 12 में जीत हासिल की और 4 में उन्हें 4 मिली। 1 मैच बराबरी पर समाप्त हुआ।

इसके अलावा 13 वनडे मैचों में से टीम को 8 में जीत मिली और 5 में हार का सामना करना पड़ा। वहीं टी20 मुकाबलों की बात करें तो टीम ने उनके कोच रहते कुल 5 टी20I मैच खेले और टीम को 2 में जीत मिली और 2 में हार झेलनी पड़ी। 1 मैच का कोई नतीजा नहीं निकला।

हो सकता है कुंबले और टीम के खिलाड़ियों के बीच उनके अनुशासन को लेकर न बनती हो, लेकिन कुंबले की कोचिंग के दौरान ही टीम ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 का पायदान पर पहुंची थी। उनके कोचिंग के दौरान भारत ने कई महत्वपुर्ण टीमों को वनडे से टेस्ट तक हर फॉर्मेट में धूल चटाई। 

ऐसे में किसी कोच को जो टीम के साथ इतनी मेहनत करता हो उसे इसलिए खिलाड़ियों द्वारा पसंद नहीं किया जाना क्योंकि वह अपने काम के प्रति इमानदार है और अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं करता कहां तक जायज है यह सोचना चाहिए टीम इंडिया और टीम के कप्तान विराट कोहली को।