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CWG 2018: गोल्ड कोस्ट में 218 भारतीय ऐथलीट का 'टारगेट गोल्ड' मिशन होगा शुरू

भारतीय खिलाड़ियों की नजरें भी 12 दिनों तक चलने वाले खेलों के महामेला में ज्यादा से ज्यादा मेडल बटोरने पर होगी।

Updated on: 04 Apr 2018, 11:09 AM

नई दिल्ली:

आज से ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में खेल की दुनिया के कई शूरवीर अपना दमखम दिखाने को तैयार हैं। बुधवार से राष्ट्रमंडल खेल की शुरूआत हो रही है।

भारतीय खिलाड़ियों की नजरें 12 दिनों तक चलने वाले खेलों के इस महामेला में ज्यादा से ज्यादा मेडल बटोरने पर होगी।

साल 2014 में ग्लास्गो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने 15 स्वर्ण, 30 रजत और 19 कास्य समेत कुल 64 पदक जीते थे। इस बार पदकतालिका में भारत कुल मेडल की संख्या जरूर बढ़ाना चाहेगा।

कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन ने इस बार 14 अलग-अलग खेलों में 218 भारतीय ऐथलीट्स को ऑस्ट्रेलिया भेजा है। कुश्ती, निशानेवाजी, भाला फेंक, मुक्केबाजी, बैडमिंटन और हॉकी में भारत को अपने खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें हैं।

आइए जानते उन खिलाड़ियों के बारे में जिनसे भारत को सबसे ज्यादा मेडल की उम्मीद है।

निशानेबाजी

1- हीना सिद्धू

हीना इस बार 25 और 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में भाग लेगी। वह इस वक्त वह बेहतरीन फॉर्म में हैं। राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में अब तक सिद्धू 3 स्वर्ण पदक जीत चूकी हैा

2-जीतू राय

राष्ट्रमंडल खेलों में 1 स्वर्ण पदक जीत चुके जीतू राय की नजर दूसरे गोल्ड पर होगी। वह 50 मीटर एयर पिस्टल में हिस्सा लेंगे।

3-मनु भाकर

16 साल की मनु भाकर का नाम आज शायद ही कोई हो जो नहीं जानता हो। हाल में ही हुए निशानेबाजी के जूनियर और सीनियर विश्वकप में भाकर ने स्वर्ण पदक जीत कर अपना लोहा मनवाया। हीना सिद्धू के साथ वह 10 मीटर के एयर पिस्टल में हिस्सा लेंगी। मनु भारतीय निशानेबाजी दल की सबसे युवा खिलाड़ी हैं।

4-गगन नारंग

गगन ने अब तक निशानेबाजी में भारत की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों में सबसे अधीक 10 मेडल जीते हैं। एक बार फिर उनसे स्वर्णिम प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।

कुश्ती

1-साक्षी मलिक

भारत को कुश्ती में इस बार साक्षी मलिक से बेहद उम्मीदें हैं। साक्षी रियो ओलंपिक में कास्य पदक जीत चूकी हैं। इसके अलावा 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था।

इस बार साक्षी गोल्ड कोस्ट में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में अपने पदक का रंग बदलने की पूरी कोशिश करेंगी। वह 62 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में हिस्सा लेंगी।

2-सुशील कुमार 

सुशील कुमार ने राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक 2 गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं। पहली बार 2010 में तो दूसरी बार 2014 में उन्होंने सोने का तमगा जीता। एक बार फिर वह ऑस्ट्रेलिया में सबको पटखनी देने को तैयार हैं।

3-दिव्या काकरान
यूपी की दिव्या सिर्फ 20 साल की हैं मगर जज्बा ऐसा की किसी को भी पटकनी दे दें। दिव्या पिछले साल राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियंनशिप और एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड जीती थी। वह 68 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेंगी।

विनेश फोगाट

ग्लास्गो की स्वर्ण पदक विजेता विनेश रियो ओलंपिक के दौरान चोटिल हो गईं थी, लेकिन एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में फिर उनसे गोल्ड की उम्मीद है।

मुक्केबाजी

1-मैरीकॉम

मुक्केबाजी की विश्व चैंपियन मैरीकॉम पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में शिरकत कर रही हैं। उनसे खेल प्रशंसकों को उम्मीद है कि वह गोल्डन पंच लगाएंगी। 5 बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम 48 किग्रा के वर्ग में हिस्सा लेंगी। मैरीकॉम ओलंपिक में भी कास्य पदक जीत चुकी हैं।

इसके अलावा विकास कृष्णन, अमित फांगल जैसे मुक्केबाजों से भी भारत को मेडल की उम्मीद है।

चक्का फेंक

1-सीमा पुनिया 

साल 2014 के ग्लास्गो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में पूनिया ने रजत पदक जीता था। इस बार गोल्ड जीत कर ही वह स्वदेश लौटना चाहेंगी।

भालाफेंक

नीरज चोपड़ा
30 साल के नीरज पिछले साल एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते थे। यह अब तक उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस बार उनसे भारत को मेडल की उम्मीदें हैं।

बैडमिंटन

पीवी सिंधु

रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु उस कसर को पूरा करने उतरेंगी जो पिछली बार ग्लास्गो में अधूरा रह गया था। वह हर हाल में भारत को मेडल दिलाना चाहेंगी। उनका हालिया फॉर्म शानदार रहा है। वह भारत की ध्वजवाहक भी हैं।

सिंधु के अलावा साइना नेहवाल, किदांबी श्रीकांत और एस एच प्रणय से भी भारत को काफी उम्मीदें हैं।

टेबल टेनिस

शरत कमल

संभवत: अपने आखरी राष्ट्रमंडल खेल में हिस्सा ले रहे भारत के स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी अंचला शरत कमल से एक बार फिर स्वर्ण पदक की उम्मीदें हैं। उन्होंने 2006 में मेलबर्न खोलों में 2 स्वर्ण जीता था।

भारोत्तोलन 

विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ( 48 किलो ) से भारोत्तोलन में भारत को मेडल की उम्मीद है। उनके नाम राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड है।

हॉकी टीम

इसके अलावा भारत को अपनी हॉकी टीम से भी मेडल लाने की उम्मीद है। भारतीय महिला हॉकी टीम का नेतृत्व रानी रामपाल कर रही है। महिला टीम 12 साल से राष्ट्रमंडल खेलों में पदक नहीं जीती है। भारत ने 2006 में रजत और 2002 में स्वर्ण जीता था।

वहीं पिछली बार की सिल्वर मेडल विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी। भारतीय पुरुष टीम का नेतृत्व मनप्रीत सिंह कर रहे हैं।

उद्घाटन समारोह कब होगा

उद्घाटन समारोह दोपहर 3: 15 मिनट से शुरू होगा। इसका प्रसारण आर सोनी सिक्स और सोनी टेन पर देख सकते हैं।