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इंफोसिस में 9 हज़ार कर्मचारियों की गई नौकरी, ऑटोमेशन के चलते हुई है छंटनी

सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने एक साल में की है करीब 9 हज़ार कर्मचारियों की छंटनी।

Updated on: 20 Jan 2017, 05:53 PM

नई दिल्ली:

सॉफ्टवेयर बनाने वाली दिग्गज कंपनी इंफोसिस ने पिछले एक साल में करीब 9 हज़ार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी ने यह छंटनी ऑटोमेशन के चलते की है। कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स कृष्णमूर्ति शंकर के मुताबिक जिन लोगों की छंटनी की गई है वो और एडवांस प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कंपनी हर तिमाही में लगभग 2000 लोगों को कार्यमुक्त करती है और उन्हें नए काम के मौकों के लिए स्पेशल कोर्स और ट्रेनिंग देती है। कृष्णमूर्ति शंकर ने स्वीकारा कि ऑटोमेशन से हमारी क्षमता बढ़ती है और इससे काम के लिए कम लोगों की ज़रुरत पड़ती है। इसीलिए लोगों की संख्या घटी है।

शंकर ने 2015 में फिलिप्स को छोड़ कर इंफोसिस ज्वाइन किया था। इससे पहले अगस्त में भी कंपनी में छंटनी की ख़बरे आईं थी जब इंफोसिस ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा था कि इंफोसिस डब्ल्यूएंडजी टेक्नोलॉजी, ऐप्लिकेशन डिलीवरी और टेस्टिंग सर्विस पार्टनर था लेकिन इस समझौते के ख़त्म होने के बाद इसका असर 3000 कर्मचारियों पर होगा।

दरअसल, इंफोसिस और आईबीएम को 5 साल के लिए 30 करोड़ यूरो का आरबीएस का प्रोजेक्ट मिला था। इस प्रोजेक्ट से इंफोसिस को 20 करोड़ यूरो मिलने थे लेकिन ब्रेक्जिट की वजह से रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड आरबीएस (RBS) ने बैंक प्रोजेक्ट रद्द कर दिया था। इसका असर कंपनी की माली हालत पर पड़ा है और कंपनी ने छंटनी का रास्ता अपनाया है।

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