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'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' पर CBFC के बैन का बॉलीवुड हस्तियों ने किया विरोध

प्रकाश झा इस मामले को लेकर ट्रिब्यूनल में अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास अब यही एकलौता विकल्प है।

Updated on: 25 Feb 2017, 02:30 PM

मुंबई:

कोंकणा सेन शर्मा और रत्ना पाठक अभिनीत फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को सेंसर बोर्ड के प्रमाण पत्र देने से इनकार करने के बाद बॉलीवुड इसका विरोध कर रहा है। प्रकाश झा की फिल्म को बोर्ड से मंजूरी नहीं मिलने के बाद सेलिब्रिटी ट्वीटर पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। बॉलीवुड में एक्टर से लेकर डायरेक्टर तक इसकी निंदा कर रहे हैं।

प्रकाश झा ने कहा कि क्या सीबीएफसी को लगता है, बुर्के के नीचे रहने वाली महिलाओं के दिल नहीं होता, भावनाएं और विचार नहीं होते?  

श्याम बेनेगल ने कहा, 'मैं सेंसर कट्स के खिलाफ हूं, फिल्मों का वर्गीकरण हो, सेंसरशिप का नहीं।' उन्होंने आगे कहा, 'देश के लोगों के पास वोट देने का अधिकार है, सरकार बदलने की ताकत है तो उन्हें क्यों बताया जाए कि क्या देखना है और क्या नहीं।'

डायरेक्टर कबीर खान ने कहा, '2-3 लोग मिलकर यह निर्धारित नहीं कर सकते हैं कि कौन-सी फिल्म समाज के लिए सही है और कौन-सी नहीं। ये एकदम हास्यास्पद है।'

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बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबरॉय ने कहा, 'सेंसरशिप को सिर्फ एक गाइडलाइन की तरह होना चाहिए, ऐसा नहीं कि आप कैंची या डंडा लेकर खड़े हो जाएं।'

रेणुका शहाणे ने ट्वीट किया, 'एक अवॉर्ड विनिंग फिल्म को बेवजह सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया गया।'

फिल्म के कलाकार शशांक अरोड़ा ने लिखा, 'सेंसर बोर्ड आपने तीसरी बार मेरे काम से खिलवाड़ किया है। क्या इसे ही आप फ्रीडम ऑफ स्पीच कहते हैं?'

वहीं, प्रकाश झा इस मामले को लेकर ट्रिब्यूनल में अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास अब यही एकलौता विकल्प है। झा ने आगे यह भी कहा कि सेंसर बोर्ड के पास फिल्मों पर कैंची चलाने की ताकत नहीं होनी चाहिए।

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गौरतलब है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है। इसमें लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है। इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं। यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है। इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है।'

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