#Flashback: आरके स्टूडियो की पहली फिल्म थी 'आग', यहां सजती थी सितारों की महफिल
आरके स्टूडियो की स्थापना साल 1948 में 'द शो मैन' राज कपूर ने की थी। राज ने अपना प्रोडक्शन हाउस खोला था, साथ ही स्टूडियो भी।
मुंबई:
चेंबूर इलाके में स्थित मशहूर आरके फिल्म्स एंड स्टूडियोज में 16 सितंबर को आग लग गई थी। इस हादसे में स्टूडियो का सेट जलकर खाक हो गया। यह महज एक स्टूडियो नहीं था, बल्कि यहां बनी तमाम फिल्मों की यादें बसी हुई थीं। 'मेरा नाम जोकर' (1970) से लेकर ऋषि कपूर और डिंपल कपाडिया की पहली फिल्म 'बॉबी' (1973), 'सत्यम शिवम सुंदरम' (1978), 'प्रेम रोग' (1982), 'राम तेरी गंगा मैली' (1985) तक.. यहां कई शानदार फिल्में बनी। आइए बॉलीवुड की किताब के कुछ पन्ने पलटते हैं और इस स्टूडियो के मशहूर किस्से के बारे में जानते हैं...
इस स्टूडियो में खासतौर पर आरके बैनर तले बनने वाली फिल्मों की शूटिंग होती थी। आरके फिल्म्स ने बॉलीवुड को 'बरसात' (1949), 'अवारा' (1951), 'बूट पॉलिश' (1954), 'श्री 420' (1955) और 'जागते रहो' (1956) जैसी एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं।
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आरके स्टूडियो की स्टेज भारत में किसी भी स्टूडियो की स्टेज से सबसे बड़ी थी। यहां आरके बैनर और अन्य फिल्मों की शूटिंग होती थी। इस स्टूडियो में यश चोपड़ा, मनमोहन देसाई और सुभाष घई जैसे बड़े फिल्ममेकर्स अपनी फिल्में शूट कर चुक हैं।
पढ़ें आरके स्टूडियो के अनछुए किस्से...
आरके स्टूडियो की स्थापना साल 1948 में 'द शो मैन' राज कपूर ने की थी। राज ने अपना प्रोडक्शन हाउस खोला था, साथ ही स्टूडियो भी। इस स्टूडियो की पहली फिल्म 'आग' थी।
बॉलीवुड में आरके स्टूडियो की पार्टियां काफी मशहूर थी। इस पार्टी में लगभग हर सेलिब्रिटी शामिल होता था। यही नहीं, यहां मनाई जाने वाली होली फिल्म जगत में खूब फेमस थी। इसमें अमिताभ बच्चन से लेकर शत्रुघ्न सिन्हा, जीनत अमान और नरगिस जैसे सितारे शामिल होते थे।
ऐसा कहा जाता है कि स्टूडियो में होने वाली अन्य पार्टियों में शामिल हुए लोगों को शराब पीना जरूरी होता था। यहां अनलिमिटेड शराब सर्व की जाती थी और सभी को शराब पीना पड़ता था।
आरके स्टूडियों में होने वाली पार्टी में मीडिया का आना सख्त मना था। दरअसल राज कपूर कभी नहीं चाहते थे कि आयोजन की खबरें न्यूजपेपर में छपे। होली की पार्टी में राज कपूर कलाकारों के साथ जमकर डांस करते थे। वह हारमोनियम लेकर गाना गाने बैठ जाते थे। वहां मौजूद सभी लोगों को रंग से भरे पूल में डाल दिया जाता था।
क्या आपको पता है कि 'बरसात' के एक सीन से ही आरके का लोगो बना है। जी हां, राज कपूर ने एक हाथ में वॉयलिन पकड़ा है और दूसरे हाथ से उन्होंने नरगिस को थामा हुआ है। यह सीन देखने के तुरंत बाद राज ने इसे आरके का लोगो बनाया था।
बहुत कम लोगों को यह बात पता होगी कि साल 1980 में आरके स्टूडियो में ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी का फंक्शन पूरे 20 दिन तक सेलिब्रेट हुआ था। इस शादी का रिसेप्शन भी स्टूडियो में ही हुआ था।
आग की चपेट में आकर यह स्टूडियो जलकर खाक हो गया, लेकिन फिर से इसे अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ बनाया जाएगा। यह 'स्टेट ऑफ द आर्ट' स्टूडियो होगा। एक बार फिर से यह स्टूडियो गुलजार होगा और यहां फिल्मों की शूटिंग फिर से शुरू हो सकेगी।
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