logo-image
ओडिशा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या हुई सात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Punjab: संगरूर जेल में धारदार हथियार से हमला, दो कैदियों की मौत और 2 घायल Punjab: कांग्रेस को झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में होंगे शामिल Karnataka: बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन पहले पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल कर्नाटक: पुलिस ने कांग्रेस नेता रिजवान अरशद और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हिरासत में लिया पंजाब में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर आज दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं.

सेंसर बोर्ड की आपत्ति के बाद ऑनलाइन रिलीज हुआ अमर्त्य सेन पर बनी डॉक्यूमेंट्री का ट्रेलर

'द अर्गुमेंटिव इंडियन' अमर्त्य सेन पर बनी डॉक्यूमेंट्री है। डायरेक्टर सुमन घोष ने 144 मिनट का ट्रेलर ऑनलाइन लांच किया।

Updated on: 15 Jul 2017, 10:55 PM

नई दिल्ली:

नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन पर बनी डॉक्यूमेंट्री में 'गाय', 'गुजरात', 'हिंदू भारत' और 'हिंदुत्व' शब्दों के प्रयोग पर सेंसरशिप विवाद के बीच डायरेक्टर सुमन घोष ने इस डॉक्यूमेंट्री का 141 सेकेंड का एक ट्रेलर इंटरनेट पर अपलोड किया है। लेकिन ट्रेलर से ये चारों शब्द गायब दिखे।

घोष ने शुक्रवार को अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'आज 14 जुलाई को हम अपनी फिल्म 'द आर्गुमेंटटेटिव इंडियन' को रिलीज करने वाले थे, बेशक हमें ऐसा नहीं करने दिया गया। हमने रिलीज के लिए एक ट्रेलर तैयार किया था, अगर आपको पसंद आया हो तो इसे साझा जरूर करें। इसमें टैगोर की कविता को विक्टर बनर्जी ने पढ़ा है। मैं देशभर से लोगों और मीडिया से मिल रहे समर्थन के लिए आभारी हूं।'

सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को हरी झंडी दिखाने से इनकार कर दिया है।

और पढ़े: अमर्त्य सेन पर बनी डॉक्यूमेंट्री पर चलेगी सेंसर बोर्ड में कैची, इन शब्दों पर जताई आपत्ति

डॉक्यूमेंट्री के डायरेक्टर सुमन घोष ने भारतरत्न से सम्मानित अमर्त्य सेन द्वारा दिए गए इंटरव्यू के दौरान इस्तेमाल हुए इन चार शब्दों को 'द आर्गुमेंटटेटिव इंडियन' में म्यूट करने से मना कर दिया, जिसके बाद सेंसर बोर्ड को फिल्म की रिलीज रोकनी पड़ी।

सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी देश की बदली हुई सत्ता और सत्ताधारियों के विचारों का कुछ ज्यादा ही ख्याल रख रहे हैं और इस कारण कई फिल्म डायरेक्टर्स उनके रवैये से नाराज हैं।

और पढ़े: कबीर बेदी ने अाखिर क्यों कहा- देश छवि को कितना नुकसान पहुंचा रहा है सेंसर बोर्ड