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IRCTC होटल घोटाला: तीसरी बार भी ईडी के सामने पेश नहीं हुईं राबड़ी देवी

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी वर्ष 2006 के आईआरसीटीसी होटल रखरखाव सौदे में कथित अनियमितताओं के मामले में सोमवार को भी तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं हुईं।

Updated on: 16 Oct 2017, 07:38 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू यादव की पत्नी व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी वर्ष 2006 के आईआरसीटीसी होटल रखरखाव सौदे में कथित अनियमितताओं के मामले में सोमवार को भी तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं हुईं।

ईडी ने बीते सप्ताह बुधवार को राबड़ी देवी के एजेंसी के समक्ष पेश नहीं होने के बाद 11 अक्टूबर को फिर से समन जारी किया था।

इससे एक दिन पहले ही वित्तीय जांच एजेंसी ने उनके बेटे व बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस मामले में नौ घंटे तक पूछताछ की थी।

इससे चार दिन पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तेजस्वी से इस मामले में सात घंटे तक पूछताछ की थी। वहीं इस मामले में सीबीआई के अधिकारियों ने लालू यादव से आठ घंटे तक पूछताछ की थी।

ईडी के अधिकारियों ने बताया, 'हम दोबारा तेजस्वी और राबड़ी को पूछताछ के लिए समन जारी करेंगे।'

अधिकारियों ने बताया कि तेजस्वी ने ईडी के समक्ष दोबारा पेश होने से पहले आठ हफ्तों का समय मांगा है। हालांकि हम उन्हें जल्दी ही, अगले सप्ताह बुलाएंगे।

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ईडी ने सीबीआई के एफआईआर के आधार पर 27 जुलाई को धनशोधन अधिनियम के तहत अलग से मामला दर्ज किया था और लालू यादव व अन्य से नकली कंपनियों के द्वारा लेन देन मामले में पूछताछ की थी।

सीबीआई ने पांच जुलाई को लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी व बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ वर्ष 2006 में रांची और पुरी में आईआरसीटीसी होटल के रखरखाव का ठेका एक निजी कंपनी को देने में बरती गई कथित अनियमितता के मामले में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था।

सीबीआई ने बताया कि यह ठेका विजय एवं विनय कोचर के स्वामित्व वाले सुजाता होटल्स को दिया गया था। इसके एवज में इन लोगों ने पटना में मुख्य जगह पर घूस के रूप में कथित तौर पर तीन एकड़ वाणिज्यिक जमीन अप्रत्यक्ष रूप से दी थी। दोनों के नाम सीबीआई एफआईआर में दर्ज हैं।

सीबीआई ने पहली जांच में पाया कि यह जमीन कोचर बंधुओं ने डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को बेची थी और इसका भुगतान अहलुवालिया कांट्रेक्टर और इसके प्रमोटर बिक्रमजीत सिंह अहलुवालिया ने किया। ईडी इस संबंध में अहलुवालिया से पूछताछ कर चुकी है।

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बाद में डिलाइट मार्केटिंग ने यह जमीन राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को दे दी।

लालू यादव के करीबी सहयोगी व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेम चंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता डिलाइट मार्केटिंग की निदेशक हैं और आईआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पी.के गोयल के साथ इस मामले में सह आरोपी हैं।

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