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नीतीश कुमार ने कहा- विशेष दर्जा बिहार की जरूरत, इस मुद्दे से 1 सेकेंड भी नहीं भटका हूं

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को छोड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि 13 साल पहले उठाए गए इस मुद्दे को उन्होंने 'एक सेकेंड' के लिये भी नहीं छोड़ा है।

Updated on: 19 Mar 2018, 09:29 PM

नई दिल्ली:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को छोड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि 13 साल पहले उठाए गए इस मुद्दे को उन्होंने 'एक सेकेंड' के लिये भी नहीं छोड़ा है। 

उन्होंने कहा, 'सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद ही मैंने तत्कालीन प्रधानमंत्री को 2005 में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के लिये लिखा था। साथ ही एक साल के बाद इस संबंध में विधानसभा से एक प्रस्ताव भी पारित कराया था।'

उन्होंने कहा, 'उसके बाद से इस मांग को हमने लगातार उठाया है और इससे मैं एक सेकेंड के लिये भा नहीं भटका हूं। मैं देख रहा हूं कि जिन लोगों ने कभी भी इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोला वो अचानक ही मेरी चुप रहने पर सवाल उठा रहे हैं।'

उन्होंने संकेत दिये कि 15वें फाइनेंस कमीशन के सामने विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के मुद्दे को उठाया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने को लेकर लोग मुझे चुनौती दे रहे थे कि मैं उस पर कुछ बोलूं, खासकर टीडीपी के एनडीए से अलग होने के बाद।

उन्होंने कहा, 'विशेष दर्जा बिहार की ज़रूरत है। हम सभी कोशिश करेंगे कि इसे पूरा किया जाए। लेकिन हम इस संबंध में हर समय बयान जारी नहीं करते रहेंगे। हमने हमेशा अपने वोटरों के हित को सामने रखा है, जिन लोगों ने धोखा दिया हम उनकी तरह नहीं।'

लालू यादव को चारा घोटाले के चौथे मामले में दोषी ठहराए जाने पर उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया और कहा, 'ये कोर्ट का फैसला है मैंने कभी भी कोर्ट के फैसले पर टिप्पमी नहीं की है।'

हालांकि उन्होंने कहा कि इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार की दलीलें उन्हीं को विश्वासपरक लगेंगी जो उनके जोरदार समर्थक हैं।

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