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लालू पर सुशील मोदी ने साधा निशाना- राबड़ी और हेमा यादव को नौकर ने गिफ्ट की करोड़ों की प्रॉपर्टी

बिहार के बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव के खिलाफ बेनामी संपत्ति को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है।

Updated on: 10 Jun 2017, 10:08 PM

highlights

  • सुशील मोदी का लालू यादव पर हमला- नौकर ने गिफ्ट की परिवारवालों को करोड़ों की संपत्ति
  • ललन चौधरी लालू के खटाल में पिछले 20 वर्षों से जानवरों को चारा खिलाने का काम करता है

नई दिल्ली:

बिहार के बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव के खिलाफ बेनामी संपत्ति को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। मोदी ने लालू और उनके परिवार के खिलाफ एक चरवाहे से करोड़ों रुपये की जमीन को तोहफे में लेने के दस्तावेज दिखाए।

लालू यादव के जन्म दिन से ठीक एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर मोदी ने दावा किया कि लालू प्रसाद के नौकर ललन चौधरी ने वर्ष 2014 में राबड़ी देवी और बेटी हेमा यादव को एक करोड़ रुपए की संपत्ति गिफ्ट में दी थी। उन्होनें इससे जुड़े दस्तावेज भी मीडिया के सामने रखे।

 क्या है मामला

दस्तावेजों के अनुसार 25 जनवरी 2014 को ललन चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने राबड़ी देवी को 2.5 डिसमिल जमीन दान में दे दी जिसकी कीमत 30 लाख 80 हजार रुपए थी। फिर लालू यादव की पांचवी बेटी हेमा यादव को 7.75 डिसमिल जमीन दान में दे दी जिसकी कीमत 62 लाख रुपए थी। दोनों जमीन की कुल कीमत तकरीबन एक करोड़ मानी जा रही है।

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कौन है ललन चौधरी
मोदी ने ललन चौधरी के बारे में सवाल करते हुए कहा,' आखिर यह दानवीर कौन है जिसने एक करोड़ की संपत्ति लालू की पत्नी और बेटी को दान में दे दी ?' हालांकि खुद ही सवाल का जवाब भी दे दिया। मोदी ने बताया कि सिवान निवासी ललन चौधरी दरअसल लालू यादव का नौकर ही है। जो लालू के खटाल में पिछले 20 वर्षों से जानवरों को चारा खिलाने का काम कर रहा है। मोदी ने खुलासा करते हुए कहा कि ललन चौधरी का बीपीएल कार्ड बना हुआ है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, 'ऐसे में ललन अपने मालिक (लालू यादव) के परिवार को करोडो़ं की जमीन कैसे तोहफे में दे सकता है?'

किसकी है जमीन
दस्तावेजों से मालूम होता है कि ये जमीन किसी विशुन राय नाम के व्यक्ति से 2008 में खरीदी गई थी। मोदी ने बताया कि राय के उस दौरान लालू यादव रेल मंत्री थे। उन्होंने राय के परिवार वालों के रेलवे में नौकरी दिलवाने की एवज में ये जमीन ले ली थी। जमीन की रजिस्ट्री ललन चौधरी के नाम पर ही हुई थी। 6 साल के बाद यानी 2014 में लल्लन चौधरी ने वही जमीन वापस राबड़ी और हेमा को गिफ्ट में दे दी।

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सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस पूरे मामले का संज्ञान लेकर लालू के खिलाफ जांच करवाने की मांग की है।