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बिहार में बाढ़ से हाहाकार, 250 से ज्यादा लोगों की मौत, सवा करोड़ लोग बुरी तरह प्रभावित

बिहार में बाढ़ से हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। भयानक बाढ़ की वजह से राज्य में अबतक 253 लोगों की मौत हो चुकी है।

Updated on: 21 Aug 2017, 07:09 AM

highlights

  • बिहार में बाढ़ से अबतक 250 से ज्यादा लोगों की मौत
  • बाढ़ की वजह से राज्य में सवा करोड़ आबादी प्रभावित

 

नई दिल्ली:

बिहार में बाढ़ से हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। भयानक बाढ़ की वजह से राज्य में अबतक 253 लोगों की मौत हो चुकी है। बिहार में बाढ़ की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करीब 1 करोड़ 27 लाख लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हैं।

सरकार बुरी तरह बाढ़ प्रभावित इलाकों में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य करने का दावा कर रही है लेकिन स्थिति इतनी खराब है कि सरकारी मदद नाकाफी ही साबित हो रही है। अभी भी कई ऐसे इलाके हैं, जहां के लोगों को राहत पहुंचने का इंतजार है।

राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सिर्फ शनिवार को 24 घंटे के दौरान बाढ़ से 49 लोगों की मौत हुई थी, जिस कारण इस वर्ष बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा 250 को पार कर चुका है।

बाढ़ की वजह से सीमांचल के अररिया में 57, कटिहार में 23, किशनगंज में 11, सुपौल और मधेपुरा में 13-13 जबकि पूर्णियां में 9 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं सीतमढ़ी में 31, पश्चिमी चंपारण में 29, पूर्वी चंपारण में 19, मधुबनी में 13 और शिवहर में 4 लोग बाढ़ की वजह से काल के गाल में समा चुके हैं।

अधिकारियों का कहना है, 'बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी से घिरे 6.25 लाख से ज्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसके अलावा इन क्षेत्रों में 1,336 राहत शिविर खोले गए हैं, जिसमें करीब 4.22 लाख से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं। 1,879 सामुदायिक रसोई खोली गई है, जिसमें लोगों को लंगर की तरह खाना खिलाया जा रहा है।'

आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'प्रभावित जिलों में लगातार सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) की टीम लगी हुई है। इन 18 जिलों में एनडीआरएफ की 28 टीम के 1,152 जवान अपनी 118 नौकाओं और एसडीआरएफ की 16 टीम के 446 जवान अपनी 92 नौकाओं तथा सेना के 630 जवान एवं 70 नौकाओं के साथ राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं।'

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एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ चिकित्सकों का चलंत दस्ता भी प्रभावित इलाकों में लगा हुआ है। इसके अलावा कई सरकारी और निजी नावों को भी राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है।

बिहार में बाढ़ का असर रेलवे पर भी पड़ा है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने बताया, 'पूर्व-मध्य रेलवे में कई जगह पर रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने की वजह से पूर्वोत्तर रेलवे ने डिब्रूगढ़ चंडीगढ़, डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, अवध आसाम एक्सप्रेस, जयपुर कामाख्या एक्सप्रेस को निरस्त कर दिया है।'

वैसे राहत की बात है कि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के सीमांचल क्षेत्रों में कहीं भी बारिश नहीं हुई है। इस बीच सीमांचल के क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी घटने की सूचना है।

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