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Asian Games 2018: भारत ने जीते 11 गोल्ड, क्या इस बार टूटेगा पिछली बार का रिकॉर्ड

एशियन गेम्स 2018 में भारत के खिलाड़ी एक के बाद एक मेडल जीत रहे हैं। अब तक भारतीय दल को 11 गोल्ड, 20 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मिल चुके हैं और वह 54 पदत के साथ फिलहाल 8वें नंबर पर है।

Updated on: 29 Aug 2018, 09:48 PM

नई दिल्ली:

एशियन गेम्स 2018 में भारत के खिलाड़ी एक के बाद एक मेडल जीत रहे हैं। अब तक भारतीय दल को 11 गोल्ड, 20 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मिल चुके हैं और वह 54 पदत के साथ फिलहाल 8वें नंबर पर है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पिछली बार भी भारत 11 स्वर्ण पदक जीते थे। भारत इस बार स्वर्ण पदकों के मामले में पिछली बार से ज्यादा पदक जीत सकता है। महिला हॉकी टीम फाइनल में प्रवेश कर चुकी है और अब उनसे गोल्ड की उम्मीद है।

कैसा रहा 11वां दिन

एशियाई खेलों में एथलेटिक्स में भारत का शानदार प्रदर्शन 11वें दिन बुधवार को भी जारी रहा। भारत को स्वप्ना बर्मन और अर्पिदर सिंह ने दो स्वर्ण दिलाए तो वहीं दुती चंद ने एक और रजत पदक अपने नाम किया। मंगलवार को 800 मीटर में बेहतरीन प्रदर्शन कर स्वर्ण जीतने वाले मनजीत सिंह और रजत पदक जीतने वाले जिनसन जॉनसन ने पुरुषों की 1500 मीटर रेस के फाइनल में जगह बना ली है। इसके अलावा भारतीय पुरुष टीम चार गुणा 400 मीटर स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने में भी सफल रही है।

स्वप्ना ने महिलाओं की हेप्टाथलान में अपने वर्चस्व दिखाते हुए स्वर्णिम चकम बिखेरी। स्वप्ना ने कुल सात स्पर्धा के बाद 6026 अंकों के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। स्वप्ना ने 100 मीटर में हीट-2 में 981 अंकों के साथ चौथा स्थान हासिल किया था। ऊंची कूद में 1003 अंकों के साथ पहले स्थान पर कब्जा जमाया। गोला फेंक में वह 707 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। 200 मीटर रेस में उन्होंने हीट-2 में 790 अंक लिए।

लंबी कूद में वह 865 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। भालाफेंक में उन्होंने 872 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया। 800 मीटर रेस में वह 808 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं। अर्पिदर ने पुरुषों की ट्रिपल जंप स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने फाइनल में 16.77 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ सोने का तमगा हासिल किया।

वह फाइनल में अच्छी शुरुआत नहीं कर पाए और पहले प्रयास में फाउल कर बैठे, लेकिन दूसरी बार में उन्होंने 16.58 मीटर की छलांग लगाई। तीसरे प्रयास में अर्पिंदर ने दमदार प्रदर्शन किया और 16.77 मीटर की दूरी तय की।

इस प्रयास के बाद हालांकि दो प्रयास बचे हुए थे लेकिन बाकी प्रतिस्पर्धियों की छलांग से लग गया था कि अर्पिदर स्वर्ण अपने नाम कर लेंगे। अगले प्रयास में उन्होंने 16.08 मीटर की छलांग लगाई। चौथे एवं पांचवें प्रयास में फाउल कर बैठे लेकिन कोई भी खिलाड़ी उनकी 16.77 मीटर की छलांग से आगे नहीं निकल पाया।

महिला धावक दुती चंद ने 200 मीटर स्पर्धा में रजत पदक जीता। दुती ने फाइनल में 23.20 सेकेंड का समय निकालते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। इन खेलों में दुती का यह दूसरा रजत पदक है। इससे पहले उन्होंने 100 मीटर स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम किया था। बहरीन की इडीडोंग ओडियोंग ने 22.96 सेकेंड में रेस पूरी की और पहले पायदान पर रहते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। चीन की योंगली वेई ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने 23.27 सेकेंड का समय निकालते हुए पदक अपने नाम किया।

1500 मीटर रेस में मंजीत और जॉनसन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया। मंजीत सिंह ने हीट-1 में तीन मिनट 50.59 सेकेंड का समय निकाला जबकि जिनसन ने तीन मिनट 46.50 सेकेंड में रेस पूरी करते हुए फाइनल में जगह बनाई। मंगलवार को हुए 800 मीटर स्पर्धा के फाइनल की तरह मंजीत ने इस रेस में भी धीमी शुरुआत की लेकिन अंतिम क्षणों में उन्होंने अपनी रफ्तार बढ़ाई और पहले पायदान पर रहे।

दूसरी ओर, जिनसन रेस की शुरुआत से ही लय में नजर आए और अंतिम क्षणों में अधिक तेजी दिखाते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर टीम स्पर्धा में कुन्हु मुहम्मद पुथानपुरक्कल, जीवन सुरेश, जीथू बेबी, धरुण अयासामी ने फाइनल में जगह बना ली। भारतीय टीम ने हीट-1 में दूसरा स्थान हासिल करते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। भारत के चारों खिलाड़ियों ने दूरी को तीन मिनट 06.48 सेकेंड में तय कर दूसरा स्थान हासिल किया।

इस हीट में जापान ने पहले और इराक ने तीसरे स्थान के साथ फाइनल में क्वालीफाई किया। 20 किलोमीटर पैदल चाल में हालांकि भारत को निराशा हाथ लगी। पुरुषों की स्पर्धा में इरफान कोलथुम थोडी और मनीष सिंह रावत डिसक्वालीफाई हो गए। महिलओं में खुशबीर कौर ने चौथा पायदान हासिल किया लेकिन एक अन्य खिलाड़ी सौम्या बेबी भी डिसक्वालीफाई हो गईं। खुशबीर कौर रेस समाप्त करने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी रहीं। उन्होंने एक घंटा 35.24 सेकेंड का समय निकालते हुए चौथा स्थान हासिल किया।