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Asian Games 2018: पदकों की बरसात 12वें दिन भी जारी, भारत के 13 गोल्ड

भारतीय धावकों ने यहां जारी 18वें एशियाई खेलों के 12वें दिन गुरुवार को भी पदकों का सिलसिला टूटने नहीं दिया। एथलेटिक्स में भारत ने 2 स्वर्ण पदक अपने नाम किए तो वहीं एक रजत और दो कांस्य पदक भी अपनी झोली में डाला।

Updated on: 30 Aug 2018, 11:15 PM

नई दिल्ली:

भारतीय धावकों ने यहां जारी 18वें एशियाई खेलों के 12वें दिन गुरुवार को भी पदकों का सिलसिला टूटने नहीं दिया। एथलेटिक्स में भारत ने 2 स्वर्ण पदक अपने नाम किए तो वहीं एक रजत और दो कांस्य पदक भी अपनी झोली में डाला। भारतीय महिला टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाया तो वहीं जिनसन जॉनसन ने पुरुषों की 1500 मीटर स्पर्धा में सोना जीता।

पुरुष टीम चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में रजत पदक जीतने में सफल रही। सीमा पुनिया ने महिलाओं की चक्का फेंक स्पर्धा में भारत की झोली में कांस्य पदक डाला। चित्रा उन्नीकृष्णनन ने महिलाओं की 1500 मीटर स्पर्धा में कांस्य जीता।

भारत को दिन का पहला स्वर्ण जॉनसन ने दिलाया। जिनसन ने तीन मिनट 44.72 सेकेंड का समय निकाल कर सोने का तमगा हासिल किया। ईरान के अमीर मुरादी ने तीन मिनट 45.621 सेकंड के साथ रजत और बहरीन के मोहम्मद तौलाइ ने तीन मिनट 45.88 सेकेंड के साथ कांस्य जीता। 800 मीटर में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाले मनजीत सिंह तीन मिनट 46.57 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रहे। जिनसन को 800 मीटर में दूसरा स्थान मिला था।

देश ने अभी जॉनसन की सफलता का जश्न मानना शुरू ही किया था कि महिला टीम ने एक और स्वर्ण जीत भारत की खुशी को दोगुना कर दिया। हिमा दास के दम पर भारतीय टीम ने बढ़त ली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

हिमा दास, पुवम्मा राजू, सरिताबेन गायकवाड़ और विसमाया वेलुवाकोरोथ की जोड़ी ने तीन मिनट 28.72 सेकेंड का समय निकाल भारत की झोली में दिन का दूसरा स्वर्ण पदक डाला। यह एथलेटिक्स में इस एशियाई खेल का भारत का नौवां और कुल 13वां स्वर्ण है।

भारतीय टीम ने इस स्पर्धा में एकतरफा जीत हासिल की। दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें भारतीय धावकों से काफी पीछे रहीं। शुरुआत असम की 18 साल की हिमा ने की। वह बहुत तेजी से आगे निकलीं और उन्हीं के कारण भारत को बढ़त मिली जिसे बाकी तीन धावकों ने बनाए रखते हुए भारत की झोली में स्वर्ण पदक डाला।

स्पर्धा का रजत बहरीन और कांस्य वियतनाम ने जीता। बहरीन की टीम ने तीन मिनट 30.62 सेकेंड का समय निकाला तो वहीं वियतनाम की टीम ने तीन मिनट 33.23 सेकेंड का समय निकाल तीसरा स्थान हासिल किया। वियतनाम की टीम ने अपना सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

भारतीय टीम गेम रिकार्ड से .05 सेकेंड से चूक गई। गेम रिकार्ड तीन मिनट 28.68 सेकेंड का है।

कुन्हु मोहम्मद, धरुण आयासामी, मोहम्मद अनस और राजीव अरोकिया की पुरुष टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में तीन मिनट 01.85 सेकेंड का समय निकालकर दूसरा स्थान हासिल कर रजत पदक पर कब्जा जमाया।

स्पर्धा की शुरुआत कुन्हु ने की थी वह टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दे पाए और चौथे से पांचवें तक आ गए थे। उन्होंन बेटन धरुण को दी। धरुण भी ज्यादा आगे नहीं आ पाए। लेकिन, जैसे ही बेटन अनस के हाथ में आई, इस फरार्टा धावक ने बिजली सी तेजी दिखाते हुए तीन धावकों को पीछे छोड़ दूसरा स्थान हासिल कर लिया।

यहां से लगने लगा था कि भारत पदक जरूर जीतेगा। अनस से बेटन राजीव के पास आई। राजीव ने अनस द्वारा बनाई गई बढ़त को बनाए रखा और भारत ने रजत पदक अपने नाम किया।

स्पर्धा का स्वर्ण कतर के नाम रहा जिन्होंने तीन मिनट 00.56 सेकेंड का समय निकाला। कतर ने एशियाई रिकार्ड अपने नाम किया है। तीसरे स्थान पर जापान की टीम रही जिन्होंने तीन मिनट 01.94 का समय निकाल कांस्य पदक जीता।

चित्रा उन्नीकृष्णनन ने 1500 मीटर स्पर्धा में चार मिनट 12.56 सेकेंड का समय निकाल कर कांस्य पदक जीता।

गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता भारत की अनुभवी चक्का फेंक एथलीट सीमा पुनिया ने कांसा अपने गले में डाला। 35 साल की सीमा ने यहां जीबीके मेन स्टेडियम में फाइनल में तीसरे प्रयास में 62.26 मीटर की दूरी तक फेंक कर तीसरा स्थान हासिल किया।

सीमा ने अपने पहले प्रयास में 58.51 मीटर की दूरी नापी, लेकिन दूसरा प्रयास में उनका फाउल रहा। चौथे प्रयास में उन्होंने 61.28 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका जबकि पांचवां प्रयास फाउल रहा।

एथलीट की दो और स्पर्धाओं में भारत को हालांकि निराशा हाथ लगी। पुरुषों की 50 किलोमीटर पैदलचाल में संदीप कुमार को अयोग्य घोषित कर दिया गया। 5000 मीटर स्पर्धा में लक्ष्मणन गोविंदन 14 मिनट 17.09 सेकेंड का समय निकाल कर छठे स्थान पर रहे।